Last modified on 24 नवम्बर 2012, at 21:41

जय शारदे / विमल राजस्थानी

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:41, 24 नवम्बर 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विमल राजस्थानी |संग्रह=फूल और अंग...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

जय-जयति-जय-जय शारदे !
अयि शारदे ! मा शारदे !!
मन बीन को झंकार दे
सद्भाव-पारावार दे
अभिनव स्वरों का ज्वार दे
मा शारदे ! मा शारदे !!
पद-पद्म का आधार दे
मा ! अमित प्यार-दुलार दे
रस की अमिय बौछार दे
मा शारदे ! मा शारदे !!
कवि-कल्पना को धार दे
कृति को निखार-सँवार दे
श्री, सिद्धि, जय-जयकार दे
मा शारदे ! मा शारदे !!