मैं बोला -
अगर मैं रोटी !
तुझे टाँग दूँ आसमान में ?
बोली रोटी -
कुट्टी-कुट्टी
अगर जो टाँगा आसमान में
हाथ न तेरे आऊँगी फिर
भूखे मरना गिन-गिन तारे
जिनको दोस्त बनाऊँगी मैं ।
मैं बोला -
पर रोटी तुम तो
बड़े काम की चीज़ हो प्यारी ।
रोटी बोली -
अक्ल ठिकाने
अब आई है अजी तुम्हारी
मैं धरती की, तुम धरती के
हम दोनों में पक्की यारी ।