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गपशप-1 / दिविक रमेश

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मैं बोला -
अगर मैं रोटी !
तुझे टाँग दूँ आसमान में ?

बोली रोटी -
कुट्टी-कुट्टी
अगर जो टाँगा आसमान में
हाथ न तेरे आऊँगी फिर
भूखे मरना गिन-गिन तारे
जिनको दोस्त बनाऊँगी मैं ।

मैं बोला -
पर रोटी तुम तो
बड़े काम की चीज़ हो प्यारी ।

रोटी बोली -
अक्ल ठिकाने
अब आई है अजी तुम्हारी
मैं धरती की, तुम धरती के
हम दोनों में पक्की यारी ।