माँ! बापू जब कूटा करते
जब हाथों में छाले पड़ते
जी करता बन कर दस्ताने
हाथों में उनके चढ़ जाऊँ
छालों से मैं उन्हें बचाऊँ
गोदी में उनकी चढ़ जाऊँ ।
माँ! बापू जब कूटा करते
जब हाथों में छाले पड़ते
जी करता बन कर दस्ताने
हाथों में उनके चढ़ जाऊँ
छालों से मैं उन्हें बचाऊँ
गोदी में उनकी चढ़ जाऊँ ।