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गुड़िया-4 / नीरज दइया

मेरा चूमना
और तुम्हारा
खुद को यूँ
हवाले कर देना ।

मेरा गले लगाना
और तुम्हारा
खुद को बेसहारा
छोड़ देना ।

प्यारा में तुम
क्यों बन जाती हो
मेरी गुड़िया !