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स्थिति / धूमकेतु

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एकटा समुद्रक अतल तलमे धधकि उठलैक ज्वालामुखी
आर्तनाद क’ उठलैक ज्वारि
तटशिला पर माथकें पटकि-पटकि
सधि गेलैक-सुखा गेलैक।
आ ओही काल रात्रिमे
फूटि गेलैक चन्द्रमा छहोछित्त
ज्योति ओकर टप-टप-टप चूबि-चूबि
लहरि-लहरि पाटि गेलैक
कण-कणमे समा गेलैक, बिला गेलैक।
तरंगक पहाड़ चढ़ल नोआकेर भरल नाओ
छहलि गेलैक बूड़ि गेलैक
कालक गर्भसँ जेना भविष्यक भ्रूण निछा गेल होइक
नान्हिएटा चीत्कार, कनिएँटा हाहाकार
आ फेर सभ शान्त जेना
श्मशानक कंकालकें खड़खड़बैत बिड़रो चल गेलैक।
सूर्य ध्रि छैके
आ धरतीयो घुमिते छैक अपन कील पर
मुदा एक गोलार्ध धसि गेलैक
आ दोसरमे दड़कि गेलैक क्रेटर अतलान्त
स्याह तप्त लावाकेर पमारामे ध्वस्त पोत जकाँ
थरथर थरथराइत क्षितिज डूबि गेलैक
स्वप्न रंगी स्वप्न सनक अनभुआर एकटा मोरनी
ता-थैया नचैत-नचैत फड़फड़ा क’
खसि पड़लैक खौलैत अलकतरामे
माटि मे, पानिमे, अलकतरामे
माटिमे, पानिमे, आकाश-पातालमे
बर्फमे, बसातमे, इजोत-अन्हारमे
त’ जत’ कतौ मनुक बेटा बाँचल छैक बेचारा
हुकरैत छैक अपरिहार्य श्वासक भारसँ
कुहरैत छैक घोर आत्मदाहसँ