Last modified on 16 अक्टूबर 2013, at 21:37

आयग्या काम / राजूराम बिजारणियां

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:37, 16 अक्टूबर 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

म्हारै जळम रो साखी
साळ रो जूनो सैंथीर.!

चालतां गुडाळियां
सिखायो खड़ो होवणो
बारणै री चौघट।

ठण्डी तासीर-पळींडो
हथाई करतो आंगण
घर होवणै रो परमाण
कांगसी जोडयां छात.!

देखतां देखतां
आंख मींच
जाड़ भींच
अेक अेक कर
आयग्या काम
सरकारू म्होर रै फरमान.!