Last modified on 26 अक्टूबर 2013, at 13:39

प्यार / हरकीरत हकीर

Mani Gupta (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:39, 26 अक्टूबर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरकीरत हकीर }} {{KKCatNazm}} <poem>यदि तुम मुझे...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

यदि तुम मुझे …
नहीं कर सकते प्यार
प्यार का एहसास तो कर
प्यार रब्ब के घर का
पहला दरवाजा है ….