Last modified on 10 नवम्बर 2013, at 17:54

पेड़-6 / अशोक सिंह

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:54, 10 नवम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अशोक सिंह |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

पेडों ने सबको सब कुछ दिया
चिरैयाँ को घोंसला
पशुओं को चारा
मुसाफ़िर को छाया
भूखों को फल
पुजारी को फूल
वैद्य को दवा
बच्चों को बाँहों का झूला
चूल्हों को लकड़ी, घर को दरवाज़ा, छत, खिड़कियाँ
नेताओं, अफ़सरों को कुर्सियाँ

बदले में इन सबने पेड़ो को
अब तक क्या दिया ?

नहीं चाहकर भी आज
इसका हिसाब माँगते हैं पेड़ !