एक ऐसे समय में
जब पेड़ आदमी नहीं हो सकते
और न ही आदमी पेड़
पेड़ आदमी से पूछना चाहते हैं
विनम्रता से एक बात कि --
अगर उसकी जगह आदमी होता
और आदमी की जगह वह
तो आज उस पर क्या बीत रही होती ?
कहो न ! चुप क्यों हो ?
क्या बीत रही होती तुम पर
अगर आदमी के बजाय तुम पेड़ होते ?