नैतिकता रै नातै
पूछ लेवां-
‘और कियां...?’
सामलो कैवै-
‘ठीक है।’
बस हुयगी बात
रूटीन है
आज रै मिनख में
संवेदना कठै?
नैतिकता रै नातै
पूछ लेवां-
‘और कियां...?’
सामलो कैवै-
‘ठीक है।’
बस हुयगी बात
रूटीन है
आज रै मिनख में
संवेदना कठै?