कोनी
जीव स्यूं
अलघो
कोई और परमेसर !
ओ जीवण
साख्यात नारायण
जकै री पकड़ में
पांचो तत
कथ्यो ओ सत
सगळा स्याणा
हू’र एकमत !
कोनी
जीव स्यूं
अलघो
कोई और परमेसर !
ओ जीवण
साख्यात नारायण
जकै री पकड़ में
पांचो तत
कथ्यो ओ सत
सगळा स्याणा
हू’र एकमत !