Last modified on 28 नवम्बर 2013, at 22:31

खेजड़ो / कन्हैया लाल सेठिया

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:31, 28 नवम्बर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया |संग्रह=हेमा...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

धोरां री धरती रो
कलप बिरछ खेजडा़े
झक मारै इणरै मुंडागै
चत्रण’र केवड़ो !
ऊभो पैरयां मींझर री
सोनल मुरक्यां
ओ बणराय रो डावड़ो
चालै बळती रो लूंआं
पड़ै किड़किडयां भींच’र
आकरो तावड़ो
 लेवै इण री सरण
 थाक्योड़ो बटाऊ,बापड़ा
सुसतावै कमतरिया
मेल’र तगारी’र फावड़ो
देख’र छायां चिंगर ज्यावै
सूरज नागड़ो
ओ कुण फिरै म्हारै आडो
बांध्या लीलो छिम पाघड़ो ?