जे देख्यो चावै
चिमतकार
लगा दै ल्या’र सिंदूर
कोई भाटै पर
बण ज्यासी देवता
ठोकरां खातो भाटो
देसी लोग धोेक
मानसी मानता
आ हिंगळू री
करामात
कानी और कोई रंग में
आ बात !
जे देख्यो चावै
चिमतकार
लगा दै ल्या’र सिंदूर
कोई भाटै पर
बण ज्यासी देवता
ठोकरां खातो भाटो
देसी लोग धोेक
मानसी मानता
आ हिंगळू री
करामात
कानी और कोई रंग में
आ बात !