अफ्रीकी अस्मिता और मानव मुक्ति के अथक योद्धा नाइजीरियाई साहित्यकार चीनुआ एचेबे (1930-2013) का एक दुष्काल में जाना मनुष्यहित की एक बड़ी क्षति है। अपनी कलम से वे जीवन-भर उपनिवेशवाद, नस्लवाद और सैन्यवाद से लड़ते रहे। उनकी प्रमुख कृतियां हैं : - (उपन्यास) 'थिंग्स फाल एपाई', 'नो लांगर एट इज़', 'ए मैन ऑफ द दि पीपुल', 'एंटहिल ऑफ दि सवाना', (कहानी संग्रह) 'गल्र्स एट वार', (कविता संग्रह) 'बिवेट सोल ब्रदर'।