गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 12 दिसम्बर 2007, at 00:13
जीवन का खेल / त्रिलोचन
अनिल जनविजय
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 00:13, 12 दिसम्बर 2007 का अवतरण
(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=त्रिलोचन |संग्रह=अरघान / त्रिलोचन }} मेमने कुदकते हैं ...)
(अंतर) ← पुराना अवतरण |
वर्तमान अवतरण
(
अंतर
) |
नया अवतरण →
(
अंतर
)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
त्रिलोचन
»
अरघान
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
मेमने कुदकते हैं
जाड़े की धूप को जीवन के खेल से
आँक आँक देते हैं