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नाना आये / प्रभुदयाल श्रीवास्तव

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नाना आये, नाना आये,
आज हमारे नाना आये|
बोला तो था पिज्जा बर्गर,
नाना चना चबेना लाये|

ये मनमानी थी नानाकी,
नाना की थी ये मनमानी|
बात हमारी क्यों ना मानी,
करना अपने मन की ठानी|
हमने मांगे थे रसगुल्ले,
नाना भुना चिखोना लाये|

नाना को मैंनेँ बोला था,
बोला था मैंनें नाना को
आज हमारा मन होता है,
खाने का फल्ली दाना को|
रिक्शे वाले से लड़ बैठे,
बैठे खड़े बिदोना लाये|

हर दिन नानी से लड़ते हैं,
लड़ते हैं नानी से हर दिन|
उचक उचक कत्थक के जैसी,
ताक धिना धिन ताक धिना धिन|
साक्षात हाथी ले आये,
कहते बड़ा खिलोना लाये|