Last modified on 3 जुलाई 2014, at 22:52

अेक / प्रमोद कुमार शर्मा

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:52, 3 जुलाई 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= |संग्रह= }} {{KKCatGhazal}} {{KKCatRajasthaniRachna}} <poem> सबद -...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

सबद
-डांडी है
हांडी है सै सूं पुराणी
खद्बद् करै जिण मांय भाखा

पण :
गुरु वाळै देस मांय
-खांडी है
सबद
-डांडी है।