कविता जद पूरी हूज्यै
उण बगत सबद बावड़ज्यै पाछा
-अकास मांय
आंख्यां भलांई गडायां राखो परकास मांय
आपनैं सबद नीं लाधसी
-अैसास मांय।
कविता जद पूरी हूज्यै
उण बगत सबद बावड़ज्यै पाछा
-अकास मांय
आंख्यां भलांई गडायां राखो परकास मांय
आपनैं सबद नीं लाधसी
-अैसास मांय।