सबद
मांडणो ई पड़सी
ओक री ढाळ होठां पर
तिरस
जणा ढूकै मन रै परकोटां पर
उण बगत
सबद ई तिरपत करै
गम नैं गिरफ्त करै
जीव नैं त्राण देवै
मरतोड़ा नैं प्राण देवै
रैमत है बीं री
सगळा छोटां-मोटां पर।
सबद
मांडणो ई पड़सी
ओक री ढाळ होठां पर
तिरस
जणा ढूकै मन रै परकोटां पर
उण बगत
सबद ई तिरपत करै
गम नैं गिरफ्त करै
जीव नैं त्राण देवै
मरतोड़ा नैं प्राण देवै
रैमत है बीं री
सगळा छोटां-मोटां पर।