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अठाईस / प्रमोद कुमार शर्मा

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कुण भरै भेद
-छेद
घणा हूग्या भाखा रै पल्लै मांय
काणो पीसो भी बच्यो नीं गल्लै मांय
अैड़ी कंगाली है
अर सबद है
-कैद!