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उणसठ / प्रमोद कुमार शर्मा

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हीरै बरणो जनम
इयां ई गमा दियो रोळै मांय
खोळै मांय जे हूंवता मानखै री
तो कीं चज रा काम करता
सीताराम-सीताराम करता

पण :
आपां तो कर लियो भेळो
कूटळो
-झोळै मांय।