कुण है तूं!
म्हारै सूं इतरी बात करै
-घात करै
अपणायत मांय सबद री
कोई सवाल है आलोचक रो
या उत्पत्ति है
-कुबद री!
कुण है तूं!
म्हारै सूं इतरी बात करै
-घात करै
अपणायत मांय सबद री
कोई सवाल है आलोचक रो
या उत्पत्ति है
-कुबद री!