Last modified on 29 दिसम्बर 2007, at 23:26

सुदूर / उंगारेत्ती

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:26, 29 दिसम्बर 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=उंगारेत्ती |संग्रह=मत्स्य-परी का गीत / उंगारेत्ती }} [...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: उंगारेत्ती  » संग्रह: मत्स्य-परी का गीत
»  सुदूर


बहुत दूर

एक सुदूर देश में

हाथ पकड़ कर

ले आए हैं वे मुझे

किसी अन्धे की तरह ।