उसके वे नयन जो किशोर हैं,
रूप के विभोर जो चकोर हैं,
ऎसा कुछ
- आज मुझे भा गए--
कि बावरा बना गए !
आह ! मुझे
प्यार की पुकार से
- निहार गए,
- और मुझे
म्लान हुए हार-सा
उतार गए ।
उसके वे नयन जो किशोर हैं,
रूप के विभोर जो चकोर हैं,
ऎसा कुछ
कि बावरा बना गए !
आह ! मुझे
प्यार की पुकार से
म्लान हुए हार-सा
उतार गए ।