धूप की क़िस्में
रचनाकार: राधावल्लभ त्रिपाठी
धूप की कई क़िस्में होती हैं गुनगुनी धूप गुलाबी धूप नम धूप तीखी धूप बदन सहलाती मुलायम धूप
धूप के कई रंग होते हैं सुनहरी धूप हल्दी के रंग की पीली धूप पेड़ों से छन कर आती हरी धूप
सबसे अच्छी धूप -- हाड़ कँपाता जाड़ा झेलते ग़रीब का तन गरमाने के लिए घने कोहरे को भेद कर बाहर आने को आकुल धूप...