Last modified on 5 जनवरी 2008, at 04:07

उजाला / केदारनाथ अग्रवाल

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:07, 5 जनवरी 2008 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल |संग्रह=आग का आईना / केदारनाथ अग्रवा...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

उजाला

इस ज़माने का जाला है

आदमी ने जिसे

अपने बचाव में

बुन डाला है


(रचनाकाल :06.10.1965)