जानेमन ! तुम्हारी आँखें जामुन हैं कि खा जाऊँगा मैं उन्हें मुझे होना नहीं चाहिए अंधेपन का डर पर आत्मा जानेमन ! इश्क मेरा है एक डर नरभक्षक