Last modified on 25 फ़रवरी 2015, at 23:01

जूता / संजय आचार्य वरुण

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:01, 25 फ़रवरी 2015 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

फेंक दिया है उठा’र
घर रै पिछोकड़ै में
कचरै रै सागै
बै काळिया जूता
जका काल तांई
पगां सूं भी
बेसी कीमती हा
चमचम करता
आळै में धरीजता
जतनां सूं
आज बै बेकार है
कचरौ है
आपरौ सौं कीं
दे चुकणै रै बाद।