ज़िन्दगी
ज़िन्दगी है
अगर है वहाँ ढेर सारा क्षार ।
मगर,
क्या कहना ज़िन्दगी का,
अगर वहाँ हो ढेर सारा क्षार
और थोड़ा-सा तेज़ाब ।
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी है
अगर है वहाँ ढेर सारा क्षार ।
मगर,
क्या कहना ज़िन्दगी का,
अगर वहाँ हो ढेर सारा क्षार
और थोड़ा-सा तेज़ाब ।