गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 4 मई 2015, at 15:39
सौरम री बात / निशान्त
आशिष पुरोहित
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 15:39, 4 मई 2015 का अवतरण
(
अंतर
)
← पुराना अवतरण
| वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
निशान्त
»
धंवर पछै सूरज
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
बात-बेसक
रोटी री सौरम री करो
पण पै’ली-पै’ली बिरखा री
उण सौरम नै क्यूं भूलो
जकी सूं
आस जागै
रोटी री ।