घेरे के अन्दर सरकार अपने काम में लगी है ऑफ़िस में
बाहर चबूतरे पर भूख हड़ताल कर रहे हैं लोग
अनशन का आज सातवाँ दिन है
अधिकारी सामने से गुज़रते हैं और बगलें नहीं झाँकतें
सारे हुक़्मरान का रास्ता इधर से ही है
लेकिन कोई बात करने नहीं आया अब तक
लोग नारा लगाते हैं भाषण देते हैं
दुहराते हैं अपनी माँग और अन्धेरा होने पर
मोमबत्ती जलाते हैं और बैठ कर गुज़ारते हैं रात खुले में
इनमें कुछ की हालत गम्भीर है अब
अनशन का आज सातवाँ दिन है और
कोई मिलने भी नहीं आया है अब तक
घेरे के अन्दर सरकार अपने काम में लगी है ।