Last modified on 6 अक्टूबर 2015, at 01:51

बैलगाड़ी / राजेंद्र 'मिलन'

Anupama Pathak (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:51, 6 अक्टूबर 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राजेंद्र 'मिलन' |अनुवादक= |संग्रह= }}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

धीमे-धीमे चलती, दो बैलों की गाड़ी,
आगे बढ़ती जाती खट-खट करती गाड़ी।
आगे बैठे चाचा, हाँक रहे हैं गाड़ी,
पीछे बैठा ननकू, देखे जंगल-झाड़ी।