पिता के पिता
खलीफा थे अखाड़े के,
नहीं थे पिता
उस्ताद कहीं के
मुझे जिन्दगी का
क, ख, ग, समझाने में
मेरे गुरु हैं
मेरे पिता।
पिता के पिता
खलीफा थे अखाड़े के,
नहीं थे पिता
उस्ताद कहीं के
मुझे जिन्दगी का
क, ख, ग, समझाने में
मेरे गुरु हैं
मेरे पिता।