ये बुझाते हैं आग
जो जलती है तुम्हारे भीतर ।
आदेश पर
विस्मयकारी क्षणों के
ढुलक जाते हैं तुम्हारी आँखों से
गालों के रास्ते नीचे वे ।
रोक नहीं सकता इन्हें कोई
नहीं लेते हैं तुमसे वे अनुमति
ये हैं विश्वसनीय नमकीन बूँदें
तुम्हारे अन्दर के समुद्र की II
मूल जर्मन भाषा से प्रतिभा उपाध्याय द्वारा अनूदित