पारस अरोड़ा :
जन्म : अगस्त 1937 निधन : 31 अक्टूबर 2015
तीन कविता-संग्रै- ‘झळ’, ‘जुड़ाव’, ‘काळजै कलम लागी आग री’ अर उपन्यास- ‘खुलती गांठां’ प्रकाशित।
‘राजस्थानी-1’ नवी कविता की पैली पत्रिका रा पांच कवियां मांय सामिल कवि।
राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर खातर कविता-संकलन ‘अंवेर’ रौ संपादन।
मंगलेश डबराल रै हिंदी कविता संग्रै रौ राजस्थानी अनुवाद- ‘म्हां जिकौ देखां’ साहित्य अकादेमी, नवी दिल्ली सूं प्रकाशित। राजेश जोशी री कविता "समरगाथा" रो राजस्थानी अनुवाद प्रकाशित।
‘अपरंच’ तिमाही पत्रिका रै अलावा लोकप्रिय मासिक पत्रिका ‘माणक’ सूं ई संपादन-जुड़ाव रैयौ।