कातर है
नींद के आले में
भूखा कबूतर
दीमक
निशब्द कुतरती
चौखट
सपनों की
रात के अन्तिम
प्रहर
विरक्त आत्मा
निर्वाण
पथ निहारती
कहीं
कातर है
नींद के आले में
भूखा कबूतर
दीमक
निशब्द कुतरती
चौखट
सपनों की
रात के अन्तिम
प्रहर
विरक्त आत्मा
निर्वाण
पथ निहारती
कहीं