Last modified on 15 नवम्बर 2015, at 08:26

अंतिम बार / अनिरुद्ध उमट

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:26, 15 नवम्बर 2015 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

बरसों से सूखे
कंठ के कुए में
कोई तस्वीर धुँधली सी
है फड़फड़ाती

किसी दिन
नहीं होगी
यह भी

तब क्या मुझे ही
अंतिम बार
कूदना होगा