खंजर हो
नागरिक के हाथों में
और नागरिक की पीठ ही
हो एक मात्र लक्ष्य
ऐसे वक्त क्या करेंगे आप ?
पहचानेंगे हम
खंजर लिए हाथ
और खड़े होंगे
जीवन के पक्ष में ।
जीवन के पक्ष में बोले गए शब्द
चुभते हैं
धारदार खंजर को भी ।
खंजर चाहे काट ले
जुबान हमारी
हम होंगे पक्षधर
जीवन के ही
हाँ.. जी....व.....न... के ही ।।