गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 14 मई 2016, at 10:20
मन्तरिया मामा / अमरेन्द्र
Rahul Shivay
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 10:20, 14 मई 2016 का अवतरण
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अमरेन्द्र |अनुवादक= |संग्रह=बाजै...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण |
वर्तमान अवतरण
(
अंतर
) |
नया अवतरण →
(
अंतर
)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
अमरेन्द्र
»
बाजै बीन, बजावै तीन
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
अगड़म.बगड़म मामा दू
दिन भर मारै मन्तर-छू
मन्तर में छोहारा छै
दिन में सूझै तारा छै ।