जब ताँय घर में काका छै
मालिक बनलोॅ आका छै
घर में दिल्ली-ढाका छै
खूब कमैलेॅ टाका छै
बुतरू वास्तें फाका छै
खेलवे पर ही डाका छै
बच्है काँटोॅ-कूसोॅ रँ
डर सें बनलोॅ मूसोॅ रँ ।
जब ताँय घर में काका छै
मालिक बनलोॅ आका छै
घर में दिल्ली-ढाका छै
खूब कमैलेॅ टाका छै
बुतरू वास्तें फाका छै
खेलवे पर ही डाका छै
बच्है काँटोॅ-कूसोॅ रँ
डर सें बनलोॅ मूसोॅ रँ ।