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सीख / अमरेन्द्र

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दू-दू बोलैं; की टू-टू,
खेलें बुतरु घुघुआ-घू
चोर घूमै छै चुकू-मुकू,
आरे कुत्ता तू-तू-तू ।
धुइयाँ उड़तै धू-धू-धू,
बीड़ी पीयै; आक थू-थू ।
बिन्डोबोॅ चलतौ हू-हू,
गर्मी ऐतौ, लागतौ लू ।
मंतर पढ़ें, नै झाड़ें ज्ञान,
झाड़-फूँक सेॅ जैतौ जान ।
जादू-टोना के सिखबैया,
पक्की मानै- जानलेबैया ।