गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 18 मार्च 2008, at 11:11
अब तक... / केदारनाथ अग्रवाल
अनिल जनविजय
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 11:11, 18 मार्च 2008 का अवतरण
(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल |संग्रह=फूल नहीं रंग बोलते हैं / केदा...)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
केदारनाथ अग्रवाल
»
फूल नहीं रंग बोलते हैं
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
अब तक सुबह नहीं हुई है मेरी घड़ी में
लेकिन सूर्य चढ़ गया है सिर पर
नेता की घड़ी में ।