Last modified on 25 जुलाई 2016, at 22:32

ढुङ्गा / अभि सुवेदी

Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:32, 25 जुलाई 2016 का अवतरण (' {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= अभि सुवेदी |अनुवादक= |संग्रह= }} {{K...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

१.
कति पटक
सपना देखेँ
ढुङ्गा नाचेको देखिनँ
 
२.
मैले खेलेको साबलाको ढुङ्गा
मलाई गाउँमा भेटेर
हरन्‌को आवाजले रुन्छ