Last modified on 31 मार्च 2017, at 14:21

देखते-देखते / आभा पूर्वे

Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:21, 31 मार्च 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=आभा पूर्वे |अनुवादक= |संग्रह=गुलम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

तुमने मेरे आंचल के कोर पर
जो एक नाम लिख दिया था
फिर तुम न जाने कहाँ गये
समय बीतता गया
और नाम लिखा
मेरा आंचल
रामनामी बन गया।