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मेरो बैँस / टङ्क वनेम

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सोत्र्याम्मै भएर
कच्याङकुचुङ मनहरू
स्वाभिमानको छाती
दहसतको घाँटी रेटेर
थुक्क ।
सान्थुङ्गे फूलको
नकच्चरो बैँसझैँ
किन फुलेको होला
युद्ध मैदानमा मेरो बैँस ?