गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 14 जून 2017, at 08:49
जमी गोळ / मनोज देपावत
आशिष पुरोहित
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 08:49, 14 जून 2017 का अवतरण
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज देपावत |अनुवादक= |संग्रह=थार-...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
मनोज देपावत
»
थार-सप्तक-3
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
म्हूं सोचूं
किंया मिळता
पाछा
बिछड़्योड़ा लोग
जै नीं होंवती
जीम गोळ।