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डांखळा 5 / विद्यासागर शर्मा

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(13)
गांव में नामी चोर होया करतो 'गोरियो'
पक्को पाकेटमार हो, मानेड़ो सटोरियो
गयी खुद री बरात
ढुकाव वाळी रात
नेण करती सासूजी रो तोड़ लियो बोरियो।

(14)
पाड़ौसी स्यूं बळ्या करतो जीतसिंह 'जोधा'
सुहाता कोनी पाड़ौसी रै बगीचै रा पौधा
नीयत ही बद
कर दी बण हद
फाटक खोलर बाड़ दिया दो चार गोधा।

(15)
पापुलर नेता होता खडग़सिंह 'खारा'
चाणचकै मरग्या लोग भेळा होग्या सारा
अर्थी पर लिटाया
लोगां नारा जद लगाया
नारा सुणर बांरा प्राण बावड़ग्या दुबारा।

(16)
'सेकूलर' होया करतो मनीराम 'मान'
मित्तर कई पंडत बीं रा दोस्त कई खान
रिकोर्डप्लेयर कर'र ओन
सुण्या करतो इयरफोन
एक कान सूं गीता सुणतो दूजै सूं कुरान।