Last modified on 29 जून 2017, at 12:25

बादळ / दुष्यन्त जोशी

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:25, 29 जून 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दुष्यन्त जोशी |अनुवादक= |संग्रह=अ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

बादळ भी
बरसै आपरै मूड सूं

जरूत नीं है
बठै क्‍यूं बरसै

अै भी सीखग्या
मिनखां मुजब

अेक दूजै नै
दुखी देख'र
राजी हुवणौ।