बादळ भी
बरसै आपरै मूड सूं
जरूत नीं है
बठै क्यूं बरसै
अै भी सीखग्या
मिनखां मुजब
अेक दूजै नै
दुखी देख'र
राजी हुवणौ।
बादळ भी
बरसै आपरै मूड सूं
जरूत नीं है
बठै क्यूं बरसै
अै भी सीखग्या
मिनखां मुजब
अेक दूजै नै
दुखी देख'र
राजी हुवणौ।