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कूटार्थ / केदारमान व्यथित

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कूटार्थ खुलस्त हुँदैछ,
'नूनको सोझो गर्नुपर्छ'को अर्थ नै
दासतालाइ
चिरञ्‍जीवी बनाउनु हो !