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आँट / केदारमान व्यथित

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दिनहुँ आफ्नू जमात घट्दै जान थालेपछि
निर्णय त गरे मूसाहरुले,
किन्तु बिरालोको घाँटीमा घण्टी बाँध्ने आँटचाहि
कसैले पनि गरेनन् ।